



अध्यक्ष की कलम से
धौलपुर समाज संस्था की स्थापना 20 जनवरी 1985 को जयपुर में की गई जिसकी पहली बैठक में स्व. श्री के पी. त्रिपाठी की अध्यक्षता में कार्यकारिणी गठित कर संस्था का संचालन बहुउद्देश्यों को लेकर प्रारम्भ किया गया। संस्था की कार्यकारिणी की समय-समय पर बैठकें होती रही हैं तथा वार्षिक समारोह, सामूहिक गोठ, होली व दीपावली स्नेह मिलन समारोह के माध्यम से धौलपुर प्रवासियों के बीच आपसी भाईचारा एवं मधुर सम्बन्ध कायम करने में संस्था का महत्त्वपूर्ण सहयोग रहा है।
महत्वपूर्ण जानकारी
सामाजिक गतिविधिया
सनातन धर्म सभा
शिक्षा जागरुकता
कर्तव्य जागरूक
सम्मान समारोह
पदाधिकारी

राजेंद्र शर्मा (अधिवक्ता)
राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर
अध्यक्ष - धौलपुर समाज संस्था जयपुर,

डॉ. ब्रज भूषण शर्मा
कोषाध्यक्ष - धौलपुर समाज संस्था जयपुर

राजकुमार गर्ग
महासचिव - धौलपुर समाज संस्था जयपुर
धौलपुर का इतिहास
धौलपुर चम्बल नदी के बाएं किनारे पर बसा हुआ है। धौलपुर दो राज्यों उत्तरप्रदेश व मध्यप्रदेश की सीमाओं के बीच में अवस्थित है। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 3 (आगरा से मुंबई) शहर के बीचों बीच से निकलता है
धौलपुर एक पुराने ऐतिहासिक शहर के रूप में जाना जाता है। धौलपुर शिवि वंशी बमरोलिया जाटों की प्रसिद्ध रियासत है। धौलपुर के राजाओ का विरुद महाराणा है। धौलपुर का क्षेत्र प्रारम्भ में भरतपुर रियासत के अधीन था। सिंधिया, अंग्रेज़ और जाटों के मध्य हुए एक समझौते के बाद धौलपुर क्षेत्र गोहद के जाट राजाओ के अधीन आ गया था। धौलपुर के नामकरण के पीछे तीन मत प्रचलित है।
- प्रथम मत के अनुसार नागवंशी धौल्या जाटों ने इस नगर की स्थापना की थी यह आगे चलकर धौलपुर नाम से प्रसिद्ध हुआ
- द्वितीय मत के अनुसार यह नगर धवलदेव नामक शासक ने बसाया था।लेकिन इससे संबंधित कोई भी प्राचीन लेख अप्राप्त है।
- तृतीय मत के अनुसार जादौन शासक दवलराय ने इस जगह की स्थापना की है।
उपरोक्त सभी मतों में से नागवंश द्वारा इस जगह की स्थापना प्रामाणिक है। इसके निकट क्षेत पर सैकड़ों सालो तक नागवंश का शासन रहा है।
कार्यक्रम छवियाँ











